उत्तर प्रदेशः कैसे बना था राज्य, इतिहास और विशेषताएं जानें

साल 2011 की जनसंख्या पर गौर करें, तो उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। यह भारत के उत्तरी भाग में स्थित है और इसकी सीमा उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और नेपाल के साथ एक अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करती है।

यहां हम उत्तर प्रदेश के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं, जो यूपीएससी-प्रारंभिक, एसएससी, राज्य सेवा, एनडीए, सीडीएस और रेलवे आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उपयोगी है।

  

उत्तर प्रदेश की भौतिक विशेषताएं

अपनी भौगोलिक संरचना के आधार पर उत्तर प्रदेश के मुख्य क्षेत्र गंगा और उसकी सहायक नदियों के मध्य मैदान, दक्षिणी ऊपरी क्षेत्र, हिमालय क्षेत्र और हिमालय और मैदानी इलाकों के बीच उपपर्वतीय क्षेत्र हैं।

गंगा का मैदान उत्तर प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का लगभग तीन-चौथाई भाग घेरता है। इसमें मुख्य रूप से एक उपजाऊ मैदान शामिल है, जो आकृतिहीन है और ऊंचाई में भिन्न-भिन्न है, जो कि उत्तर पश्चिम में 300 मीटर तक और पूर्व में 60 मीटर तक फैला हुआ है।

यह alluvial deposit से बना है, जो गंगा और उसकी सहायक नदियों द्वारा हिमालय से लाए गए हैं। दक्षिणी ऊपरी क्षेत्र विंध्य पर्वत श्रृंखला का एक हिस्सा है, जो ऊबड़-खाबड़ है और दक्षिण-पूर्व की ओर बढ़ता है। इस क्षेत्र की ऊंचाई 300 मीटर तक है।

उपपर्वतीय क्षेत्र भाबर से बना है, जो alluvial और बजरी का एक पतला तल है, जो अपने दक्षिणी किनारे के साथ तराई क्षेत्र में मिलता है। तराई क्षेत्र, जो पहले लंबी घास और घने जंगलों से युक्त था, एक दलदली और नम क्षेत्र है। 

उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

उत्तर प्रदेश का इतिहास उत्तर वैदिक युग में ब्रह्मर्षि देश या मध्य देश के रूप में पहचाना जाता है। इस राज्य में भारद्वाज, गौतम, याज्ञवल्कय, वशिष्ठ, विश्वामित्र और वाल्मिकी जैसे वैदिक काल के कई महान ऋषि फले-फूले।

आर्यों के अनेक पवित्र ग्रन्थों की रचना भी यहीं हुई। भारत के दो महान महाकाव्य रामायण और महाभारत उत्तर प्रदेश से प्रेरित प्रतीत होते हैं। छठी शताब्दी ईसा पूर्व में उत्तर प्रदेश दो नए धर्मों- जैन धर्म और बौद्ध धर्म से जुड़ा था।

सारनाथ में ही बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था और अपने संप्रदाय की नींव रखी थी। उत्तर प्रदेश में अयोध्या, प्रयाग, वाराणसी और मथुरा जैसे कई केंद्र शिक्षा के प्रतिष्ठित केंद्र बन गए।

मध्ययुगीन काल में उत्तर प्रदेश मुस्लिम शासन के अधीन हो गया और हिंदू और इस्लामी संस्कृतियों के नई शुरुआत हुई। रामानंद और उनके शिष्य कबीर, तुलसीदास, सूरदास और कई अन्य बुद्धिजीवियों ने हिंदी और अन्य भाषाओं के विकास में योगदान दिया।

भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में कुछ क्षेत्र ऐसे थे, जो अंग्रेजी इक्विटी और सामान्य कानून द्वारा शासित थे। 1773 में मुगल सम्राट ने बनारस और गाजीपुर जिलों को ईस्ट इंडिया कंपनी को हस्तांतरित कर दिया था।

ईस्ट इंडिया कंपनी ने समय के साथ आधुनिक उत्तर प्रदेश के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। नवाबों, ग्वालियर के सिंधियाओं और गोरखाओं के कब्जे वाले क्षेत्रों को शुरू में बंगाल प्रेसीडेंसी के भीतर रखा गया था।

 

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उत्तर प्रदेश के निर्माण के पीछे का इतिहास

-जनवरी 1858 में लॉर्ड कैनिंग इलाहाबाद चले गए और दिल्ली डिवीजन को छोड़कर उत्तर पश्चिमी प्रांत का गठन किया।

-1856 में अवध को मुख्य आयुक्त के अधीन कर दिया गया। बाद में जिलों को उत्तर पश्चिमी प्रांत में मिला दिया गया और 1877 में उन्हें ‘उत्तर पश्चिमी प्रांत और अवध’ के नाम से जाना जाने लगा। 1902 में पूरे प्रांत को ‘आगरा और अवध के संयुक्त प्रांत’ के रूप में जाना जाने लगा।

-अप्रैल 1937 में लखनऊ प्रांत की राजधानी बन गई, जिसका नाम आगे बदलकर संयुक्त प्रांत कर दिया गया।

-24 जनवरी 1950 को भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल ने संयुक्त प्रांत (नाम परिवर्तन) आदेश 1950 पारित कर तत्कालीन संयुक्त प्रांत का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया।

-9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश के हिमालयी पहाड़ी क्षेत्र से अलग होकर एक नया राज्य उत्तराखंड बनाया गया।

उत्तर प्रदेश एक नजर में

 

राज्य का दर्जा

24 जनवरी 1950

राजधानी

लखनऊ

जिले

75

राज्यपाल

आनंदीबेन पटेल

मुख्यमंत्री

योगी आदित्यनाथ (भाजपा)

क्षेत्र

243,290 किमी 2 (93,930 वर्ग मील)

जनसंख्या (2011)

199,812,341

जनसंख्या घनत्व

828 व्यक्ति प्रति किमी 2 (2146/वर्ग मील)

भाषाएं आधिकारिक

हिंदी व उर्दू

साक्षरता

67.68 %

77.28 % (पुरुष)

57.18 % (महिला)

राजकीय पशु

हिरण

राज्य पक्षी

सारस क्रेन

राज्य वृक्ष

अशोक

राज्य पुष्प

पलाश

राजकीय नृत्य

कथक

राज्य खेल

फील्ड हॉकी

शहर कस्बे

689

विकास खंड

822

नगर निगम

13

यूपी से लोकसभा सदस्य

80

यूपी से राज्यसभा सदस्य

31

यूपी विधान सभा के सदस्य

404

यूपी विधान परिषद के सदस्य

100

फसलें

धान, गेहूं, जौ, बाजरा, मक्का, उड़द (काला चना), मूंग (हरा चना) अरहर आदि।

फल

आम व अमरूद आदि

हस्तशिल्प

चिकन का काम, कढ़ाई, फर्नीचर, मिट्टी के खिलौने, कालीन बुनाई, रेशम, चूड़ियां व पीतल के बर्तन का काम आदि।

मुख्य कारखाने

सीमेंट, वनस्पति तेल, कपड़ा, सूती धागा, चीनी, जूट, ताले, कालीन, पीतल के बर्तन, कांच के बर्तन, चूड़ियां और संगमरमर की जड़ाई आदि।

नदियों

गंगा, यमुना, सरयू, गोमती, राम गंगा, घाघरा, बेतवा, केन

लोक नृत्य

चरकुला, करमा, पांडव, पाई-डंडा, थारू, धोबिया, राय, शायरा आदि।

ऐतिहासिक और पर्यटक के स्थान

आगरा, मथुरा-वृंदावन, अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, बौद्ध सर्किट (कौशाम्बी, कपिलवस्तु, कुशीनगर, संकिसा, श्रावस्ती, सारनाथ), चित्रकूट, लखनऊ व झांसी, आदि।

अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे

लखनऊ, वाराणसी

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Source: newstars.edu.vn

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